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Showing posts from October, 2015

श्रीबाँकेबिहारी जी मन्दिर।

श्रीबाँकेबिहारी जी मन्दिर में केवल शरद पूर्णिमा के दिन श्री श्रीबाँकेबिहारी जी वंशीधारण करते हैं। केवलश्रावन तीज के दिन ही ठाकुर जी झूले पर बैठते हैं एवं जन्माष्टमी क...

मुचुकुन्द और श्रीकृष्ण।

मुचुकुन्द और श्रीकृष्ण:- °°°°°°°°°°°°°°°°°°° राजा मुचुकुन्द ने देवताओं को संग्राम में सहाय की थी। उनको अब आराम की आवश्यकता थी। देवताओं ने उनको वरदान दिया कि तुम अब आराम से ...

असली भजन।

💐|| असली भजन ||💐 * भगवान हमारे हैं , हम भगवान के हैं - इस प्रकार भगवान से सम्वन्ध होने पर भगवान को याद करना नहीं पडेगा , प्रत्युत उनकी याद स्वत: आयेगी | संसार में तो धन सम्पत्ति ज्यादा ...

साधक मात्र में उत्साह होना चाहिए।

साधक मात्र में उत्साह होना चाहिए!!! शत्रु कुछ निन्दा करता है तो कैसे ध्यान से लोग सुनते हैं ? लोभी धन का कैसा निरीक्षण करता है ? ड्राइवर रास्ते का कैसा निरीक्षण करता है ? चाहे स्...

कर्म की गति।

"कर्म की गति" एक कारोबारी सेठ सुबह सुबह जल्दबाजी में घर से बाहर निकल कर ऑफिस जाने के लिए कार का दरवाजा खोल कर जैसे ही बैठने जाता है, उसका पाँव गाड़ी के नीचे बैठे कुत्ते की पूँछ प...

भक्त किशन सिंह जी।

भक्त किशन सिंह जी परंतु ईश्वर ने इनको झुठा कर दिया है, इसमें इनका कुछ भी अपराध नही है' आगे एक बार ठाकुर साहेब किसी यात्रामें महाराजा साहेब के साथ जा रहे थे। राह में पूजा का सम...

जीव ईश्वर का अंश है ?

"जीव ईश्वर का अंश है, तो.. ईश्वर के समान शक्ति उसमें क्यों नहीं हैं?" यह प्रश्न एक शिष्य ने गुरु से पूछा। गुरु ने विस्तार पूर्वक उत्तर दिया पर शिष्य की समझ में न आया... शंका बनी ही र...

श्री रांका बांका जी

(((( श्री रांका बांका जी )))))))) . श्री रांका-बांका (पति पत्नी) जी दोनो उच्च कोटी के भक्त हुए हैं। भक्त श्री रांका जी पति थे और भक्ति मती श्री बांका जी उनकी पत्नी थी। . इन दोनो के ह्रदय में ...

सोलहवें अध्याय का महात्म्य।

श्रीमहादेवजी कहते हैं- पार्वती !अब मैं गीता के सोलहवें अध्याय का माहात्म्य बताऊँगा, सुनो। गुजरात में सौराष्ट्र नामक एक नगर है। वहाँ खड्गबाहु नाम के राजा राज्य करते थे, जो द...