⭕⭕⭕पदम पुराण में कहा गया है –⭕⭕⭕ “तुलसी जी के दर्शन मात्र से सम्पूर्ण पापों की राशि नष्ट हो जाती है,उनके स्पर्श से शरीर पवित्र हो जाता है,उन्हे प्रणाम करने से रोग नष्ट हो जाते है,सींचने से मृत्यु दूर भाग जाती है,तुलसी जी का वृक्ष लगाने से भगवान की सन्निधि प्राप्त होती है,औरउन्हे भगवान के चरणो में चढाने से मोक्ष रूप महान फल की प्राप्ति होती है.” अंत काल के समय ,तुलसीदल या आमलकी को मस्तक या देह पर रखने से नरक का द्वार , आत्मा के लिए बंद हो जाता है धात्री फलानी तुलसी ही अन्तकाले भवेद यदि मुखे चैव सिरास्य अंगे पातकं नास्ति तस्य वाई
में परमात्मा का हूँ परमात्मा मेरे हैl
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